लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
योगी सरकार की पहल से माटीकला कारीगरों को आर्थिक मजबूती, पर्यावरण संरक्षण और रोजगार को बढ़ावा
लखनऊ । उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में राज्य स्तरीय माटीकला एवं ग्रामोद्योगी पुरस्कार वितरण समारोह-2025 का आयोजन लखनऊ के गांधी भवन प्रेक्षागृह में किया गया। इस कार्यक्रम में उत्कृष्ट शिल्पकारों और उद्यमियों को सम्मानित किया गया और उनके योगदान की सराहना की गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान ने किया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार माटीकला और खादी उद्योग को बढ़ावा देकर पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य सुधार और रोजगार सृजन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पॉलीथीन के विकल्प के रूप में माटीकला उत्पादों को अपनाने पर जोर दिया और कहा कि इससे कारीगरों की आजीविका को मजबूती मिलेगी।
कारीगरों को आधुनिक तकनीक और संसाधन
प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग अनिल कुमार सागर ने बताया कि 2024-25 में 2,325 विद्युत चालित चाक, 375 पगमिल मशीनों और 300 नई इकाइयों की स्थापना पूरी हो चुकी है। खादी बोर्ड ने 580 दोना-पत्तल मशीनें और 756 पॉपकॉर्न मशीनें वितरित की हैं। पिछले पांच वर्षों में 30,888 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है।
कारीगरों के लिए सुविधाएं और सम्मान
मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार ने जानकारी दी कि अब तक 48,048 कारीगर परिवारों का चिन्हांकन किया गया है। इनमें से 32,593 को मिट्टी खोदने के पट्टे, 15,832 को विद्युत चालित चाक, 81 को दीया मेकिंग मशीन और 31 को पेंटिंग मशीन वितरित की गई हैं।
इस अवसर पर राज्य स्तरीय माटीकला और ग्रामोद्योगी पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
पुरस्कार विजेता
माटीकला श्रेणी
प्रथम पुरस्कार (₹40,000) – आनंद कुमार प्रजापति (आजमगढ़)
द्वितीय पुरस्कार (₹30,000) – राम सजीवन प्रजापति (अयोध्या)
तृतीय पुरस्कार (₹20,000) – विपिन कुमार (कानपुर देहात)
ग्रामोद्योगी श्रेणी
प्रथम पुरस्कार – मुनेश (मेरठ)
द्वितीय पुरस्कार – अर्जुन (बांदा)
तृतीय पुरस्कार – अशोक कुमार जायसवाल (वाराणसी)
कार्यक्रम का समापन नोडल अधिकारी संजय कुमार पाण्डेय के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश माटीकला बोर्ड और खादी बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।