लोकतंत्र वाणी/संवाददाता
सेवा-पूजा, दान-दक्षिणा और परंपराओं से नहीं होगी कोई छेड़छाड़: प्रशासन ने दिया भरोसा
मथुरा। बांके बिहारी मंदिर में प्रस्तावित कॉरिडोर निर्माण को लेकर फैली भ्रांतियों पर जिला प्रशासन और ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। परिषद सभागार में हुई बैठक में अधिकारियों ने कहा कि सेवायतों के सेवा-पूजा, परंपरा और दान-दक्षिणा संबंधी अधिकारों में कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा। यह निर्माण केवल श्रद्धालुओं की सुविधा और भीड़ प्रबंधन के उद्देश्य से हो रहा है।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार बांके बिहारी कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए गठित मंदिर न्यास से सेवायतों के पारंपरिक अधिकारों में कोई कटौती नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि न सेवा-पूजा प्रभावित होगी, न ही दान-दक्षिणा की प्रक्रिया। परंपराओं का पूर्ण सम्मान किया जाएगा।
ब्रज वृंदावन देवालय समिति के पदाधिकारियों ने बैठक में भाग लिया और प्रशासन के आश्वासन पर संतोष जताते हुए कॉरिडोर निर्माण का समर्थन किया। समिति अध्यक्ष आलोक कृष्ण ने कहा कि कुंज गलियों को बचाने के नाम पर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। आज इन गलियों में हरियाली नहीं, बल्कि कंक्रीट के मकान, दुकानें और व्यावसायिक गतिविधियां हैं। ऐसे में यदि प्रशासन यात्री सुविधा के लिए कुछ करना चाहता है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए।
उन्होंने मांग की कि कॉरिडोर निर्माण के दौरान अधिकतम हरियाली को प्राथमिकता दी जाए और परंपरा से जुड़ी व्यवस्था यथावत बनी रहे।
बैठक में समिति के उपाध्यक्ष गोविंद पांडेय, कांता नाथ चतुर्वेदी, कोषाध्यक्ष गोविंद शर्मा, सदस्य तरुण गोस्वामी, निताई गोस्वामी, गौरव गोस्वामी, गोपाल कृष्ण गोस्वामी, लाल कृष्ण, बालकृष्ण गोस्वामी, भगवत स्वरूप शर्मा, रामदास चतुर्वेदी और बालकृष्ण चतुर्वेदी ने एक मत से कॉरिडोर निर्माण को समर्थन दिया।