लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
खेकड़ा। चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने मां ब्रह्मचारिणी की आराधना कर तप की शक्ति प्राप्त करने की कामना की। घरों और मंदिरों में भक्तों ने व्रत रखकर पूजा-अर्चना की और मां से आशीर्वाद मांगा।
सुबह से ही कस्बे और ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में श्रद्धालु पूजा-पाठ में लीन रहे। देवी को पंचामृत से स्नान कराकर फूल, अक्षत, कुमकुम और सिंदूर अर्पित किया गया। सफेद और सुगंधित फूलों से माता का श्रृंगार कर मिश्री और मिठाई का भोग लगाया गया। भक्तों ने आरती कर मनोकामनाएं मांगी।
बाबा कालेसिंह मंदिर के पुजारी अनिल गौनियाल ने बताया कि मां ब्रह्मचारिणी तप की शक्ति का प्रतीक हैं। इनकी आराधना से साधकों की तपस्या सिद्ध होती है और आत्मबल बढ़ता है। योगशास्त्र में यह शक्ति स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित मानी जाती है, जिसकी साधना से साधक को सिद्धि और विजय प्राप्त होती है।