लोकतंत्र वाणी / ब्यूरो
बागपत। असारा गांव को नगर पंचायत बनवाने की मुहिम में जनसंख्या का कम रहना, झूंडपुर में हिंडन नदी पर लघु सेतु की मांग के बदले दीर्घ सेतु बनाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के आगे वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता का न होना बताया गया तथा बिजवाडा व धनौरा में फिलहाल कोई नया विद्युत उपकेंद्र नहीं बनेगा। इनके लिए साफ तौर पर विधानसभा में छपरौली विधायक प्रो अजय कुमार के सवालों पर ऐसे ही उत्तर दिए गए।
विधायक प्रो अजय कुमार ने नगर विकास मंत्री एके शर्मा से सवाल किया कि, जनपद बागपत के विधान सभा क्षेत्र छपरौली के ग्राम असारा को नगर पंचायत का दर्जा दिये जाने के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को 9 मई को प्रेषित प्रश्नकर्ता का पत्र को प्राप्त हुआ है? मंत्री ने पत्र प्राप्ति की तो बात कही लेकिन,जिलाधिकारी बागपत के पत्र 12 दिसम्बर द्वारा का हवाला दिया जिसमें प्रस्तावित क्षेत्र असारा की 2011 की गणना अनुसार कुल जनसंख्या-15959 है तथा उक्त क्षेत्र की 50 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है।बताया कि,किसी क्षेत्र को नगर पंचायत बनाये जाने हेतु शासनादेश के मानकों के अनुसार प्रस्तावित क्षेत्र की आबादी 20,000 या उससे अधिक होनी चाहिए तथा प्रस्तावित क्षेत्र के 75 प्रतिशत या उससे अधिक लोगों का व्यवसाय कृषि के अतिरिक्त अन्य होना चाहिए।
नगर विकाश मंत्री एके शर्मा ने कहा कि, आख्या से स्पष्ट है कि ,प्रश्नगत क्षेत्र, नगर पंचायत बनाये जाने संबंधी शासनादेश दिनांक 06 अक्तूबर 2016 में निर्धारित मानकों की पूर्ति नहीं कर रहा है। अतः उक्त क्षेत्र को नगर पंचायत बनाये जाने का अवसर नहीं है।
विधायक अजय कुमार ने मुख्यमंत्री को संबोधित प्रश्न में जानना चाहा कि, छपरौली ग्राम झुण्डपुर ब्लाक बिनौली में हिण्डन नदी पर लघु सेतु के निर्माण कराने की मांग इस वर्ष 25 जुलाई को लिखे पत्र में की गई थी।प्रश्नगत हिण्डन नदी पर ग्राम झुण्डपुर ब्लाक बिनौली में लघु सेतु के स्थान पर दीर्घ सेतु के निर्माण की स्वीकृति वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता पर निर्भर है।
इसी क्रम में विधायक अजय कुमार ने ऊर्जा मंत्री से पूछा कि , छपरौली के ग्राम बिजवाडा एवं धनौरा में नये विद्युत उपकेन्द्रों की स्थापना के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को 25 जुलाई को प्रेषित पत्र पर अब तक क्या कार्यवाही की गयी है? सवाल के जवाब में मंत्री एके शर्मा ने बताया कि, ग्राम बिजवाड़ा एवं घनौरा की विद्युत आपूर्ति 33/11 केवी उपकेन्द्र बड़ावद व 33/11 लवी उपकेन्द्र निरपुड़ा से की जा रही है तथा उक्त दोनों उपकेन्द्र अतिभारित नहीं है।ऐसे में नये उपकेंद्र की स्थापना का प्रश्न ही नहीं उठता।