लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
इटावा । उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत नए चयनित आईसीआरपी के नौ दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को आर-सेटी के सभागार में संपन्न हुआ।
शरद कुमार श्रीवास्तव उपयुक्त स्वत रोजगार के निर्देशन में आयोजित था। इस प्रशिक्षण में विकासखंड बसरेहर, भरथना, चकरनगर एवं सैफई की महिलाओं ने प्रतिभा किया। उन्होंने कहा कि इटावा के समूह की महिलाओं में अपार क्षमता है। उनमें गरीबी से उबरने की मजबूत इच्छाशक्ति है। यहां की महिलाएं बहुत ही लगनशील और उत्साही है। सभी ग्रामीण और गरीब महिलाओं को समूह के रूप में संगठित होने की बात कही। उन्होंने महिलाओं को स्वावलंबी बनने की सलाह दी। कहा कि जब महिलाएं स्वावलंबी होगी तो समाज स्वावलंबी बनेगा और देश स्वत: ही विकसित हो जाएगा।
डॉ. नन्दकिशोर साह, जिला मिशन प्रबंधक ने कहा कि प्रशिक्षित सीआरपी घर-घर पहुंच कर गरीब महिलाओं को समूह से जोड़ेंगी। ग्रामीण आजीविका मिशन से जोड़कर लक्षित परिवार की महिलाओं को गरीबी से निकालने का प्रयास करेंगी। इस नौ दिवसीय प्रशिक्षण में आईसीआरपी को सामाजिक समावेशन, वित्तीय समावेशन, सामुदायिक कैडर का महत्व, महिलाओं की सामाजिक स्थिति, समूह की आवश्यकता और महत्व, गरीबी से निकलने के उपाय, आमसभा, लेखांकन, टीम वर्क करने के महत्व, समाजिक मानचित्रण करना सिखाया गया। दो दिवसीय क्षेत्र भ्रमण कराया गया।
मिथलेश कुमार, निदेशक आर-सेटी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होगी तो राष्ट्र सशक्त होगा।
मौके पर डिस्टिक रिसोर्स पर्सन वेंकट राव, ब्लॉक रिसोर्स पर्सन वंदना सहित सभी प्रतिभागी मौजूद रही। नसीबा, राखी, मधुबाला, ज्योति, रीना, प्रीति कुमारी ने अपने-अपने अनुभव साझा किया।