लोकतंत्र वाणी / मुकेश शर्मा
गढ़मुक्तेश्वर।
गढ़मुक्तेश्वर के बारादरी मैदान में शनिवार की रात्रि में दशहरा पर्व पर दशानन के पुतले का दहन किया गया। रावण के पुतले का दहन होते ही पूरा रामलीला मैदान प्रभु श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। आतिशबाजी से असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत का संदेश दिया। हजारों लोग रामलीला मैदान में मौजूद रहे।
रामलीला महोत्सव में शनिवार को रावण वध की लीला, श्रीराम-रावण के बीच युद्ध, आकर्षक आतिशबाजी का नजारा देखने के लिए रामलीला मैदान हजारों लोगों की भीड़ जुटी। रंग-बिरंगी झालरों, एलईडी लाइटों की रोशनी से जगमगाते। बारादरी मैदान में श्रीराम दरबार की आरती आए हुए अतिथि गणों में कमेटी संरक्षक पवन जैन, गढ़ पालिका अध्यक्ष राकेश बजरंगी, पुलिस क्षेत्राधिकार वरुण मिश्रा, कोतवाली प्रभारी नीरज कुमार,रुचि जैन, नितिन जैन, समाजसेवी रूपेश पंडित, सोनू गर्ग, दीपक गर्ग, भास्कर गर्ग, आचार्य रोहित कृष्णन आदि ने की।
रामलीला मंचन की शुरूआत अहिरावण ने राम-लक्ष्मण के हरण के साथ होती है। वानर दल को जब उनके हरण की सूचना मिलती है तो हनुमान को खोज के लिए भेजा जाता है। हनुमान पाताल लोक जाते हैं, जहां उनका सामना उनके पुत्र मकरध्वज से होता है। मकरध्वज को बंदी बनाने तथा अहिरावण का वध करने के बाद हनुमान श्रीराम-लक्ष्मण को वापस लाते हैं। अहिरावण का वध होने के बाद रावण पूरी सेना लेकर श्रीराम से युद्ध करने निकल पड़ता है। श्रीराम का लंकापति रावण से मैदान में भीषण युद्ध होने लगता है। श्रीराम एक साथ 30 बाण छोड़ते हैं, जिससे रावण के 10 शीश, 20 भुजाएं कटती हैं और पुन: जुड़ जातीं। श्रीराम मायावी रावण का यह नजारा देखकर दंग रह जाते हैं।
तब विभीषण बताते हैं कि रावण की नाभि में अमृत है, इसलिए वह मरता नहीं है। विभीषण के बताने पर रामचंद्र जी रावण की नाभि में तीर मारकर उसका वध करते हैं। रावण का वध होते ही आसमान में देवी-देवता हर्षित होकर पुष्प वर्षा करने लगते हैं। वानर सेना का दल जय जय श्रीराम के जयकारों से गुंजायमान हो जाता है। रामलीला कमेटी अध्यक्ष कौशल पांडियान ,महामंत्री रमन शर्मा, कोषाध्यक्ष सतीश गुप्ता, राहुल शुक्ला, टिंकू शर्मा, करन राय गौतम, पवन शर्मा, अंशुल सिंह गुरुजी, शोभित ठाकुर, रोहित मल्होत्रा, अनुज वर्मा, जयंत प्रजापति, दीपक वर्मा, जतिन शर्मा , शक्ति शर्मा सहित राम भक्त मौजूद रहे।