लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
मोदीनगर।
एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी में हिंदी भाषा में सेमीकंडक्टर उपकरणों और सर्किट के निर्माण पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन भारतीय भाषाओं की उन्नति और पोषण के लिए एआईसीटीई- वाइब्रेट वकालत (एआईसीटीई – वाणी) के तत्वाधान में किया गया। इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री वरुण भाटिया वाइस प्रेसिडेंट प्रोजेक्ट एवं लर्निंग सॉल्यूशन इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर स्किल कौंसिल ऑफ़ इंडिया एम ए आई टी दिल्ली एवं संस्थान के निदेशक डॉक्टर संजय विश्वनाथन, डीन डॉ आर.पी. महापात्रा ,डीन साइंस एंड ह्यूमैनिटीज, डॉ नवीन अहलावत, डीन मैनेजमेंट डॉ एन एम मिश्रा, डीन आईक्यू ऐसी डॉ धौम्या भट्ट द्वारा दीप प्रज्वलित एवं सरस्वती वंदना के साथ किया। डॉक्टर रूपाली सिंह विभाग अध्यक्ष ई सी ई ने मुख्य अतिथि एवं कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी छात्रों का स्वागत किया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री वरुण भाटिया ने सेमीकंडक्टर उपकरणों और सर्किट के निर्माण के महत्व के बारे में जानकारी दी। संस्थान के निदेशक डॉ संजय विश्वनाथन ने बताया की आने वाले समय में सेमीकंडक्टर के निर्माण के क्षेत्र में हमारा देश उन्नति की ओर है। संस्थान के डीन डॉ आर पी महापात्रा ने अपने देश में सेमीकंडक्टर के निर्माण की उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। 2 दिन तक चलने वाली इस कार्यशाला में देश के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं एवं कंपनियों से रिसोर्स पर्सन छात्रों को नई तकनीकी से अवगत कराएंगे। पहले दिन डॉ बलजीत कौर ने नैनोमीटर टेक्नोलॉजी में सी मोस उपकरणों की अत्याधुनिक स्थिति में नवीनतम रुझान के बारे में बताया। इसके पश्चात श्री स्पर्श जिंदल ने भारत में फेबुलेस का भविष्य के बारे में जानकारी दी। एवं डॉ प्रियंका जैन ने अगली पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए नैनोमेटेरियल संश्लेषण और एकीकरण के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला के दूसरे दिन रिसोर्स पर्सन डॉ रश्मि गुप्ता वीएलएसआई डिजाइन प्रौद्योगिकी में एआई की भूमिका के बारे में जानकारी देगी। डॉ भावना अग्रवाल उन्नत एनालॉग सर्किट्री नवाचार और भविष्य की दिशाएं के बारे में जानकारी देगी। डॉ तन्मय दास एस ओ सी आर्किटेक्चर और डिजाइन प्रवाह का अवलोकन के बारे में छात्रों को अवगत कराएंगे। डॉ सुभाशीष हलदर माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस मॉडलिंग के विकास के बारे में छात्रों को अवगत कराएंगे।दो दिन की कार्यशाला को सफल बनाने के लिए डॉक्टर रूपाली सिंह ने सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष एवं फैकल्टी मेंबर एवं छात्रों का धन्यवाद किया