लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
गाजियाबाद / मोदीनगर।
एसआरएम आईएसटी कैंपस में विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आज सफलतापूर्वक शुरू हुआ, जिसमें देश भर के सम्मानित विशेषज्ञ, शोधकर्ता और नवप्रवर्तक एक साथ आए। एसआरएम आईएसटी कैंपस के पीटर एफ. ड्रकर सभागार में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन कार्यक्रम में सामग्री विज्ञान में नवीनतम प्रगति और अनुसंधान पर मुख्य भाषण, तकनीकी सत्र, पोस्टर प्रदर्शनियां और पैनल चर्चाएं हुईं।
पीटर एफ. ड्रकर सभागार के स्टेज पर मुख्य अतिथि प्रो. एच. के. मलिक आईआईटी दिल्ली के भौतिकी विभाग से ,एसआरएम एनसीआर के डायरेक्टर डॉ॰ एस विश्वनाथन , डीन डॉ आर॰पी॰ महापात्रा ,डीन साइंस एंड ह्यूमैनिटीज, डॉ॰ नवीन अहलावत, डीन मैनेजमेंट डॉ॰ एन॰ एम॰ मिश्रा, डीन आईक्यू ऐसी डॉ॰ धौम्या भट्ट, विभागाध्यक्ष बी.टेक. प्रथम वर्ष डॉ. गरिमा पांडे और समस्त विभागाध्यक्ष तथा शोधकर्ता उपस्थित थे।
पीटर एफ. ड्रकर सभागार में शुरू हुआ राष्ट्रीय सम्मेलन में ,जहां हमारे मुख्य अतिथि प्रो. एच. के. मलिक, आईआईटी दिल्ली को सम्मानित किया गया तत्पश्चाय्त डीन साइंस एंड ह्यूमैनिटीज, एवम राष्ट्रीय सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ॰ नवीन अहलावत ने अपने अभिभाषण को शुरू करते हुए कहा कि विभाग द्वारा आयोजित सम्मेलन का उद्देश्य विचारों के आदान-प्रदान, नई सीमाओं की खोज और भौतिक विज्ञान में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करना था। शिक्षा जगत, उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के प्रसिद्ध विशेषज्ञों ने उन्नत सामग्री, नैनो प्रौद्योगिकी, ऊर्जा भंडारण और जैव चिकित्सा अनुप्रयोगों सहित अत्याधुनिक विषयों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।
तत्पश्चाय्त संस्थान के निर्देशक डॉ एस विश्वनाथन ने कहा “हम इस सम्मेलन की मेजबानी करके रोमांचित हैं, जो देश में सामग्री विज्ञान अनुसंधान और नवाचार के लिए एक प्रमुख मंच बन गया है।” “इस आयोजन ने विशेषज्ञों के बीच सार्थक चर्चा, नेटवर्किंग और ज्ञान साझा करने की सुविधा प्रदान की है, जो भौतिक विज्ञान में भविष्य की सफलताओं को बढ़ावा देगा।”
जिसके बाद हमारे मुख्य अतिथि प्रो. एच. के. मलिक अपने वक्तव्य में उन्होंने परमाणु, अणु, पदार्थ की स्थिति, प्लाज्मा और नैनो विज्ञान के बारे में बात की। अपने स्पष्टीकरण में उन्होंने सभी शोध विद्वानों, संकाय सदस्यों से बातचीत की और भौतिक विज्ञान और ऊर्जा विज्ञान के बारे में बहुमूल्य जानकारी दी।
यह राष्ट्रीय सम्मेलन दो सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रायोजित है, इस सम्मेलन में पंजीकृत प्रतिभागियों की कुल संख्या 132 है। कुल मुख्य वक्ता और आमंत्रित वक्ता 13 हैं (सार प्राप्त) इनमें से 8 भौतिक मोड में आ रहे हैं।
सम्मेलन में आईआईटी, एनआईटी, राष्ट्रीय प्रयोगशाला, केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों के वक्ता शामिल हैं। सभी वक्ता प्रोफेसर रैंक के हैं और वे अपने सत्र के अनुसार उपस्थित भी रहे हैं।
हमारे इस दो दिन के सम्मेलन में मुख्य वक्ता प्रो. एच.के मलिक; प्रो बीरपाल सिंह, सीसीएस यूनिवर्सिटी; प्रो एल.पी. पुरोहित, भौतिकी विभाग, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार; प्रो अश्वनी कुमार, भौतिकी विभाग, एनआईटी, कुरुक्षेत्र; प्रो महेश कुमार शर्मा, एन पी एल – सी एस आई आर, नई दिल्ली; प्रो बिनय कुमार, भौतिकी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय से रहे. इसके साथ-साथ इस सम्मेलन में आमंत्रित, मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियाँ, पुरस्कारों का आयोजन भी किया गया था।
इस सम्मेलन में श्रेणी के अनुसार 72 मौखिक प्रस्तुति हैं, 52 पोस्टर प्रस्तुति हैं और 7 उपस्थित लोग हैं। कुल पाँच पुरस्कार श्रेणियाँ हैं। इसके अलावा उम्मीदवार ने 35 से अधिक विश्वविद्यालयों और संस्थानों से भाग लिया है, और 9 अलग-अलग राज्यों से भी भाग लिया है।
उसके बाद धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष डॉ. कल्पना पटेल द्वारा दिया गया | इस अवसर पर भौतिकी विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ. कल्पना पटेल, डॉ. जीवितेश, डॉ. मुदित, डॉ. निधि, डॉ. सर्वेंद्र, डॉ. झलक, डॉ अनुराधा, डॉ. अरविंद और डॉ पंकज उपस्थित थे। इन सबके साथ-साथ विभाग के सभी शोध विद्वानों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है।
समारोह के समापन पर, हम एसआरएम आईएसटी के निर्देशक डॉ. एस. विश्वनाथन, डीन डॉ. आर.पी. महापात्रा ,डीन साइंस एंड ह्यूमैनिटीज, डॉ॰ नवीन अहलावत ,डीन एफएमएस डॉ एन.एम. मिश्रा,डीन आईक्यूएसी डॉ धौम्या भट्ट , और मुख्य अतिथि प्रो. एच. के. मलिक का हार्दिक धन्यवाद करते हैं। उनके मार्गदर्शन और प्रेरक संदेश ने इस आयोजन को सफल और प्रेरणादायक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।