पेरिस ओलंपिक में चीनी खिलाड़ियों के प्रदर्शन को प्रभावित कर रहे प्रशंसकों पर चीन नकेल कस रहा है. चीनी मीडिया रिपोर्टस में प्रशंसकों के अनुचित व्यवहार की बात कही गई है. रिपोर्ट्स में प्रशंसकों के इवेंट्स के दौरान शोर मचाने या रेफरी पर बेवजह आरोप लगाने की बातें शामिल हैं.
3 अगस्त को पैडलर चेन मैंग के टेबल टेनिस के महिला एक मुकाबले में अपनी ही देश की सुन यिंग्शा को हराने के बाद प्रशंसकों का अनुचित व्यवहार चरम पर दिखा.
सुन के मैच हारने के बाद चीन का इंटरनेट सुन के समर्थन में पोस्ट से भर गया था. कुछ लोग चेन मैंग की जीत की आलोचना कर रहे थे. उनका कहना था कि चेन मैंग सिर्फ इसलिए जीत पाईं हैं क्योंकि सुन यिंग्शा पिछले तीन मैचों में थक गई थीं.
चीन की सोशल मीडिया ने सामूहिक रूप से प्रतियोगिता को लेकर नफ़रत फैला रहे और विवाद को बढ़ावा दे रहे लगभग 10 हजार से ज्यादा सोशल मीडिया पोस्टों को हटाया है और कथित तौर पर लगभग 800 अकांउट्स को भी बैन किया है.
सुन यिंग्शा के एक प्रशंसक ने यहां तक लिखा कि चेन मैंग डोपिंग में फंस जाएं और गोल्ड मेडल सुन को चला जाए. इस पोस्ट को लेकर लोगों का गुस्सा भड़क उठा.
एक 29 वर्षीय महिला प्रशंसक को मैच को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर गिरफ्तार भी किया गया है.
चीन की तरफ से की गई यह कार्रवाई प्रशंसकों की ओर से अपनाए जा रहे गलत रवैये के ख़िलाफ़ जारी कवायद का हिस्सा है.
पेरिस ओलंपिक से पहले चीनी अधिकारियों ने इस फैन कल्चर को लेकर चेतावनी भी जारी की थी.