लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
गाजियाबाद । नेहरू युवा केंद्र, हापुड़ युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय, भारत सरकार ने माई भारत के तत्वाधान में आज नशे की लत एवं मादक पदार्थों के सेवन पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन जे एम एस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन हापुड़ में किया गया। कार्यक्रम के आरंभ में सभी अतिथियों को फ्लॉवर बैज लगाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जे एम एस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर सुभाष गौतम विशिष्ट अतिथि श्रीमती सहवार और साक्षी गुप्ता ने किया । इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र के उपनिदेशक श्री देवेंद्र कुमार ने युवाओं को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के पृष्ठभूमि के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि युवाओं मे नशे की आदत उनके लिए ही नहीं बल्कि यह उनके परिवारों के लिए भी एक अभिशाप है । अतः सभी युवाओं को नशे की लत अथवा अन्य किसी भी प्रकार के मादक पदार्थो के सेवन से बचना चाहिए । इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में श्री राजेश कुमार जादौन पूर्व उपनिदेशक, नेहरू युवा केंद्र संगठन तथा दोनों विशिष्ट अतिथियों ने युवाओं को नशाखोरी से बचने की सलाह देते हुए बताया कि आप सभी लोग जो इस संगोष्ठी में शामिल हैं हम यह मानते हैं कि आप अन्य युवाओं को नशे से बचाने के लिए एक एंबेसडर का काम करेंगे तथा सभी युवाओं को जागरूक करेंगे ताकि वह नशे से दूर रहे । नशा एक ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति के मस्तिष्क और व्यवहार पर को प्रभावित करती है और यदि किसी को इसकी लत लग जाए या इसका आदी हो जाए तो वह ना चाहते हुए भी इसका सेवन करता है जबकि उसे इसके भयंकर परिणाम का आभास भी हो जाता है। उन्होंने नशाखोरी से बचाव के लिए युवाओं को अनेक उदाहरण देकर एवं सरकार द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम के अनुसार युवाओं को इससे बचने के लिए गाइड किया । आगे बताया की दिल्ली और उसके आसपास एनसीआर क्षेत्र में तथा हायर एजुकेशन के संस्थानों में युवाओं में इसकी लत दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि युवा तंबाकू गुटखा तथा अन्य पदार्थ खाने वाले लोगों को कभी कैंसर हॉस्पिटल में जाकर देखें कि उनकी हालत क्या है ताकि वह इसके भयंकर परिणाम को समझ सके और इससे बचने का प्रयास करेंगे। अंत युवाओं को नशे से बचने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में साहवार साक्षी गुप्ता राजेश जादौन मेघा छवि अंशु दिव्यांशी जुनैद विशाखा दीप्ति अरुण विकास प्रिंस रितिक शर्मा शाहिद सहित लगभग 70 बच्चों ने भाग लिया।