लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
गाजियाबाद / मोदीनगर ।
एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के दिल्ली-एनसीआर कैंपस में आज शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनके योगदान को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना और पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन ने आध्यात्मिक वातावरण की स्थापना की।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10:30 बजे हुई, जहां सभी शिक्षक संस्थान के मुख्य द्वार पर एकत्रित हुए और वहां से सभागार तक जुलूस के रूप में पहुंचे। स्वागत समारोह में दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के बाद, संस्थान के निदेशक डॉ. एस. विश्वनाथन ने “शिक्षक: प्रगति के स्तंभ, प्रतिभा के प्रतीक” पर एक प्रेरक भाषण दिया। उन्होंने शिक्षकों की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि वे न केवल विद्यार्थियों के लिए मार्गदर्शक हैं, बल्कि समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण “सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार 2024” का वितरण रहा, जिसमें उन शिक्षकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशेष सेवाएं दी हैं। इस सम्मान को स्वीकार करते हुए उपस्थित शिक्षक बेहद भावुक दिखे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिक्षकों ने अपनी कला और संगीत प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। इसके बाद संस्थान ने अपने विशेष मील के पत्थर को चिह्नित करते हुए स्मृति चिह्न के रूप में चांदी के सिक्के वितरित किए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें सभी ने पूरे गर्व और उत्साह के साथ भाग लिया।
समारोह के समापन पर, हम एसआरएम आईएसटी के निर्देशक डॉ. एस. विश्वनाथन, डीन डॉ. आर.पी. महापात्रा ,डीन साइंस एंड ह्यूमैनिटीज डॉ॰ नवीन अहलावत ,डीन एफएमएस डॉ एन.एम. मिश्रा,डीन आईक्यूएसी डॉ धौम्या भट्ट का हार्दिक धन्यवाद करते हैं। उनके मार्गदर्शन और प्रेरक संदेश ने इस आयोजन को सफल और प्रेरणादायक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।