लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
गाजियाबाद / मोदीनगर । प्रेरणा दिवस पर एसआरएम आईएसटी कैंपस के संस्थापक कुलाधिपति, डॉ. टी. आर. पारिवेन्द्र के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष मनाया जाता है, इस वर्ष 24 अगस्त से 4 सितंबर तक, दस दिनों तक धूमधाम से आयोजित किया गया। इन दस दिनों के उत्सव में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें नृत्य प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, खेलकूद, योग सत्र, नुक्कड़ नाटक, और फैशन शो जैसी मनोरंजक और शैक्षणिक गतिविधियाँ शामिल थीं। इन कार्यक्रमों में सभी विद्यार्थियों ने अत्यधिक उत्साह और उमंग के साथ भाग लिया और अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया। इस उत्सव ने विद्यार्थियों में नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया।
प्रेरणा दिवस का भव्य समापन 4 सितंबर 2024 को ईश्वरी सभागार में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मंगलाचरण के साथ हुई, जिसने आध्यात्मिक वातावरण की स्थापना की। इसके बाद सरस्वती वंदना और पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ इस दिव्य समारोह का शुभारंभ हुआ। दीप प्रज्ज्वलन अज्ञान पर ज्ञान की विजय का प्रतीक था और इसमें श्रद्धा की गहन भावना का समावेश था।
डीन डॉ. आर. पी. महापात्रा ने अपने स्वागत भाषण में इस विशेष दिन के महत्व को रेखांकित किया। इसके पश्चात् निदेशक डॉ. एस. विश्वनाथन ने संस्थान के मूल्यों पर जोर देते हुए सभी को शैक्षणिक और व्यक्तिगत जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि श्री दिनेश कुमार पी., आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, गाजियाबाद, ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए अनुशासन और सार्वजनिक सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद, “उदारता के माध्यम से प्यार साझा करना” नामक एक हृदयस्पर्शी सत्र आयोजित किया गया, जिसमें “स्पर्श राजकीय दृष्टि बाधित बालक इंटर कॉलेज” के विशेष बच्चों को स्टेशनरी सामग्री वितरित की गई। इस उदार कार्य ने सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता को और भी स्पष्ट कर दिया।
समापन समारोह के स्पेशल गेस्ट,श्री रवीन्द्र शर्मा जी ने अपने अनुभवों को व्यक्त करते हुए कहा ,सभी को मेहनत से शिक्षा को प्राप्त करना चाहिये।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण “शैक्षणिक उत्कृष्टता पुरस्कार 2024” समारोह था, जिसमें 2023-24 सत्र के उत्कृष्ट विद्वानों को उनकी अद्वितीय उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। इन पुरस्कार विजेताओं ने अपने साथियों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में कार्य किया और उनके अनुकरणीय प्रयासों की सराहना की गई।
इस विशेष अवसर पर सभी एसआरएम शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को चांदी का सिक्का दिया गया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. धौम्या भट्ट, डीन-आईक्यूएसी, के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। उन्होंने मुख्य अतिथि, सभी प्रतिभागियों, और कार्यक्रम की सफलता में सहयोग देने वाले प्रत्येक व्यक्ति के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस प्रकार प्रेरणा दिवस का यह आयोजन संस्थान में एक नई प्रेरणा और ऊर्जा का संचार करने में पूरी तरह सफल रहा।