लोकतंत्र वाणी / संवाददाता
गाजियाबाद।
एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने बी.टेक, एमसीए, बीसीए और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में नामांकित प्रथम वर्ष के छात्रों का स्वागत करते हुए आधिकारिक तौर पर अपने प्रेरणा कार्यक्रम, दीक्षारंभ 2024 का उद्घाटन किया है। यह कार्यक्रम छात्रों को महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि और मार्गदर्शन के साथ एक सफल शैक्षणिक यात्रा के लिए तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन कुलाधिपति श्री महेंद्र अग्रवाल ने किया, जिन्होंने सफलता के मूलभूत घटकों के रूप में दृढ़ संकल्प और समर्पण के महत्व को रेखांकित किया। प्रो वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) प्रसन्नजीत कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि लक्ष्य केवल शिक्षित करना नहीं है बल्कि छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना है। उन्होंने कंप्यूटर विज्ञान प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर को सुंदर दीप एजुकेशनल सोसाइटी के उपाध्यक्ष श्री अखिल अग्रवाल और प्रतिष्ठित उद्योगपति श्री नितिन अग्रवाल की उपस्थिति ने और भी सम्मानित किया। रजिस्ट्रार पीयूष श्रीवास्तव ने पूरे परिसर में अनुशासन बनाए रखने और उन्नत तकनीक प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता के बारे में बात की। डीन अकादमिक डॉ. विभा सिंह ने सर्वांगीण शैक्षणिक अनुभव के लिए शिक्षा में मानविकी को एकीकृत करने के महत्व पर चर्चा की।
स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी की निदेशक डॉ. मोनिका सेंगर ने देश के लिए भविष्य के टेक्नोक्रेट विकसित करने के अपने दृष्टिकोण को साझा किया, जबकि स्कूल ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के निदेशक श्री आर.बी. सिंह ने शीर्ष स्तरीय आईटी पेशेवरों को तैयार करने का संकल्प लिया। स्कूल ऑफ पॉलिटेक्निक के प्राचार्य प्रो. निखिल निगम ने परिसर के जीवंत तकनीकी-सांस्कृतिक वातावरण पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में प्रवेश निदेशक श्री सुमित कुमार सिंह की भी भागीदारी देखी गई। प्लेसमेंट निदेशक प्रो. अमित भारद्वाज, वरिष्ठ प्रबंधक श्री गौरव सचान, मुख्य लेखा अधिकारी श्री सुभाष शर्मा, मुख्य प्रॉक्टर श्री संदीप सिंह, सिस्टम प्रमुख श्री अमित त्यागी, साथ ही अन्य प्रतिष्ठित संकाय सदस्य और अधिकारी उपस्थित थे।
दीक्षारभ 2024 ने छात्रों के शैक्षणिक भविष्य के लिए एक आशाजनक स्वर स्थापित किया, जो एसडीजीआई ग्लोबल यूनिवर्सिटी में एक समृद्ध और सफल शैक्षिक अनुभव की शुरुआत का प्रतीक है।